बिस्तेर्नो वरोरे, अफंख्या अनोरे, हाहाकार सुनियो निसब्द्थ निरोवेय
भुरल हुई तुम्ही, भुरल हुई बुरा की और ....
विस्तार है अपार, प्रजा दोनों पार, करे हाहाकार , निशब्द सदा,
ओ गंगा तुम, ओ गंगा बहती हो क्यों ?
विस्तार है अपार, प्रजा दोनों पार, करे हाहाकार , निशब्द सदा,
ओ गंगा तुम, ओ गंगा बहती हो क्यों ?
नैतिकता नष्ट हुई, मानवता भ्रस्ट हुई, निर्लज भाव से बहती हो क्यों?
इतिहास की पुकार, करे हुंकार ओ गंगा की धार,
निर्बल जन को, सबलसंग्रामी, समग्रोगामी, बनाती नहीं हो क्यों ?
विस्तार है अपार, प्रजा दोनों पार, करे हाहाकार , निशब्द सदा,
ओ गंगा तुम, ओ गंगा बहती हो क्यों ?
अनापढ़जन, अक्षरहीन, अनगिनजन, खाद्योविहीन,
नेअत्रविहीन, दिग्मौन हो क्यों ?
इतिहास की पुकार, करे हुंकार ओ गंगा की धार,
निर्बल जन को, सबलसंग्रामी, समग्रोगामी, बनाती नहीं हो क्यों ?
विस्तार है अपार, प्रजा दोनों पार, करे हाहाकार , निशब्द सदा,
ओ गंगा तुम, ओ गंगा बहती हो क्यों ?
व्यक्ति रहित, व्यशक्ति निर्विघ्न, सकल्समाज व्यक्तित्व रहित,
निष्प्राण समाज, उपभोक्तिना क्यों?
इतिहास की पुकार, करे हुंकार ओ गंगा की धार,
निर्बल जन को, सबलसंग्रामी, समग्रोगामी, बनाती नहीं हो क्यों ?
विस्तार है अपार, प्रजा दोनों पार, करे हाहाकार , निशब्द सदा,
ओ गंगा तुम, ओ गंगा बहती हो क्यों ?
तेजस्विनी, क्यों न रही, तुम निश्चय, चिंतन नहीं, प्राणों में प्रेरणा देंती न क्यों?
तुम मध्यवामी, कुरुक्षेत्र गरमी, गंगे जननी ,
नवभारत में, भिष्मरुपी सुत्सम्राजेय, जनती नहीं हो क्यों?
विस्तार है अपार, प्रजा दोनों पार, करे हाहाकार , निशब्द सदा,
ओ गंगा तुम, ओ गंगा बहती हो क्यों ?
ओ गंगा बहती हो क्यों ? ....
- भूपेन हजारिका
Update:
The song is available on Youtube on the following links :
Assamese version: http://www.youtube.com/watch?v=OcO6hIcN1A0
Hindi version: http://www.youtube.com/watch?v=OzWa6yuLX2A
4 years ago
6 comments:
I love this song... It is on in my head now... Please find the video naa?
:D
क्या इस गीत को इंटरनेट पर से कहीं सुन सकते हैं ? मुझे ध्यान नहीं आ रहा कि पहले कभी इसे सुना है.
Update:
The song is available on Youtube on the following links :
Assamese version: http://www.youtube.com/watch?v=OcO6hIcN1A0
Hindi version: http://www.youtube.com/watch?v=OzWa6yuLX2A
Thank you for the lyrics...this has been for as long as I can remember one of my fav songs..I love the song and the way Bhupen da has sung it..here I had shared about the song...(you will have to scroll down in the post)
http://indyeahforever.wordpress.com/2009/02/01/tagged-once-more/
Love this song!!
यह गीत पं नरेंद्र शर्मा ने लिखा है। इस गीत का आधार भूपेन दा का असमिया में लिखा गीत है, और वह गीत लिखने की प्रेरणा भूपेन दा को उनके एक अंग्रेजी/अमेरिकी अध्यापक से मिली है।
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